काश

मेरे द्वारा खींची तस्वीर के लिए कुछ शब्द…

यूं तारों पे न बसर होता,

काश उसकी गली में अपना मकां होता।

बहुत कुछ लुटा देते उस पर,

गर थोड़ी सी जमीं, थोड़ा सा आसमां  होता।

-रुपाली

dp_06nov17

15 thoughts on “काश

  1. हमें छोड़कर यूँ कहाँ जा रहे हो,
    हमें साथ ले लो जहाँ जा रहे हो,
    तुम्हारे लिए छोड़ दी डालियाँ यूँ,
    हमें छोड़ तन्हां कहाँ जा रहे हो,

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  2. बस अहसासे और अल्फाजो का मिलन है
    बन जाती है शायरी कविता
    इनका ये अपनापन है
    लिखा कीजिए

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  3. तेरे जुल्फो के तारो में
    मैं भी खोना चाहता हूँ।
    कभी ऐ जिंदगी
    मैं भी तेरा होना चाहता हूँ।

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